दोस्तो
जब तक प्रेम इतनी गहराई हो ना
जब की सब मे उनकी जलक दिखाई दे ने लगे।
भक्ति का अर्थ है प्रेम ने इश्वर को पा लिया।
टतोलता रहा जगत अंधेरे मे ओर दरवाजा मिल गया।
प्रेम मे खोजने गए थे बंद और सागर मिल गया।
जो कभी सोचा भी नहीं था। इतना बरसा की मेरी गठरी छोटी पड गई।
प्रेम जब सीमाओं से मुक्त हो जाता है तब भक्ति बन जाता है .. ..