जिन्दगी का क्या है भरोसा
कुछ पता भी नही चलता कि चलने वाली सांसे कब धोखा दे जाती हैं
हसीं कब आँसू में बदल जाती है
मत गवाओ कोई भी पल वरना यही कहते रह जाओगे की
काश ज़ी लिया होता बीता पल
आज हमने खोया है अपने एक साथी को जिसने किया था वायदा की नौकरी से आराम लेकर जी लेंगे हम जिन्दगी अपनी