एक बेटी कि व्यथा..
जींदगी मे मुश्किल है आन पडी!!
दो राहों पे आके खडी!!
मुसीबत की है ऐ धडी!!
चुनना किसी एक को है
"प्यार" या "मा पापा"
गर प्यार चुना तो मा पापा खो दूंगी!!
मा पापा को चुना तो प्यार चला जायेगा!!
प्यार के बिना जींदगी अघूरी होगी!!
तो मा पापा के बिना खुशियाँ कहाँ से पुरी होगी
प्यार ने दुनिया मे जीना सिखाया
मा पापा जीस ने दुनिया मे लाये!!
एक जो जींदगी की जीने की वजह है,,
और एक जीस की वजह से मेरा वजूद है,,
एक जींदगी है मेरे लिये!!
एक जिम्मेदार है मेरी!!
बडी उलझन मे हूँ मे पडी!!
जींदगी के कैसे मोड पड खडी!!