*जिंदगी तेरा कैसा ये फलसफा है.....एक इन्सान के 'आने' की खबर, नौ महीने पहले ही आ जाती है ...... पर जाने की खबर.....नौ सेकंड पहले भी नहीं आती*!
*बंद लिफाफे में रखी चिट्ठी सी है ये जिंदगी..पता नहीं अगले ही पल कौन सा पैगाम ले आये !!!!!*
*इसलिये*
*खुश रहिये*
*मुस्कुराते रहिये*
*?pankaj@king*?