युही चला सफर कइ दीन सालों तक, अब कुछ न था अंतीम मुकाबलों तक, 'यु' हमने मुड़कर न देखा या सुना आज तक, की पीछे भर्ती आ रही या ओट किनारो तक.

Hindi Folk by Yuvrajsinh Solanki : 111279605
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