दुनिया जीतने निकला सिकंदर
उसे पता भी नही था
क्या आने वाला है मूकदर मै
ऐसे ही हमें भी नही पता
तो खुल के जियो मजे से जियो
जींदगी कहाँ दुबारा मिलने वाली है
क्यु यु लडाई झगड़े मै बरबाद करते
कुछ साथ नही ले जाना
खाली हाथ आऐ खाली हाथ जाना
सिकंदर दुनिया जीत के भी कुछ कहाँ ले जा पाया