उसने दूर रहने का मशवरा भी लिखा है...
साथ ही मुहब्बत का वास्ता भी लिखा है...
उस ने ये भी लिखा है मेरे घर नहीं आना....
साफ़ साफ़ लफ़्ज़ों में रास्ता भी लिखा है....
कुछ हर्फ़ लिखे हैं ज़ब्त की नसीहत में...
कुछ हर्फ़ में उस ने हौसला भी लिखा है....
शुक्रिया भी लिखा है दिल से याद करने का...
दिल से दिल का है कितना फ़ासला भी लिखा है....