मिल जाना तुम हमको जिदंगी के कुछ दोर पर ,
जहाँ तेरा मन करे चाहे तो चाँद पर,
ऐसा एक ख्वाब है ।
कभी याद कर लेना वो लमहों को समय पर,
कहा वो रेत की तरह सरक न जाए जमीन पर,
ऐसा एक ख्वाब है ।
हम तो ठहरे जख्मी, ददॅ भरा धाव लेकर हदय पर,
दुआ तेरे लिए ना बिते तुझ पर ,
ऐसा एक ख्वाब है ।
आखरी साँस तक जीवित रहेगे तुझ पर,
तेरे लिए जन्म लेते रहेगे इस पृथ्वी पर,
ऐसा एक ख्वाब है ।