True Story
मैं साम के वक्त अपने ऑफिस से घर जाने के लिए रेलवेस्टेशन अपना स्कूटर लेने प्लेटफ़ॉर्म पर चल रहा था, उसी वक़्त सामने से गुड्स ट्रेन आ रही थी ,उसी वक़्त मेरी नजर सामने की और पटरी से थोड़ी दूर एक लडक़ी पे पड़ी,मैने सोचा सायद पटरी क्रोस करनी होगी, लेकिन जैसे जैसे गुडस आगे की ओर बढ़ रहा था लड़की आगे आ रही थी मैं समझ गया और चिल्लाने लगा ,वो पीछे चली गई, ट्रेन जाने के बाद वो बोली बड़े आये बचाने वाले, में उसकी मनोस्थिति समझ गया,पर उस वक़्त की गांधीगीरी ने एक जिंदगी बचाली.