*कभी मिल तो तुझको बताये हम,
*तुजे इस तरह से सताये हम,*
तेरा इश्क़ तुजसे छीन कर तुझे महफ़िल आकर रुलाये हम,
*तुजे दर्द दु तू ना सह सके,..2*
तुजे तू ज़ुबा तू न कह सके,
*तुजे दु मक्का तू न रह सके,*
तुजे मुस्किलो में घिरा के में कोई ऐसा रास्ता निकलू,
*तेरे दर्द की में दवा करु,*
*किसी गर्ज की में सिवा करु।।*
...kitu?