हौसला सब में नहीं होता अपने अंदर की बुराइयों को देख कर उनको बदलने का । दूसरो पर तो इल्ज़ाम बहुत जल्दी लग जाते है पर खुद की कमियों को गिनाने का हुनर नहीं होता । सच्चा इंसान वही है जो अपनी कमियों को सही करे और बाकी लोगों को भी आगे बढ़ने को प्रोत्साहन करे।