मुझे तुम याद आते हो ,ना जाने वो पल कहा गए जो कभी गुजारे थे साथ हमने । अब तो बस यादें है , कुछ मीठी कुछ कड़वी सी यादें है । अब भी कभी जब रात को नीद सी खुल जाती , तब तुम्हारा चेहरा याद सा आता है । क्यो हम अलग हुए क्यो तुम हमसे रूठ गए , अब क्यो सावन भी तुम बिन सुना है ।