ऐक बार इन्सान खुद के विकास के प्रति जागरूक हो जाता है ,तो सफलता का महत्व नहीं रहैता ।
क्योंकि वो जानता है बहुआयामी जीवन*** में सफलता क्षणीक है और हर एक आयामों की अनेकों चुनौती या होती है
****बहुआयामी जीवन - मतलब परिवार, समाज, व्यवसाय , आजीविकातम्क , सामाजिक, भावनात्मक , शारीरिक , मानसिक