मातृभारती पर मेरी कहानियाँ आप सभी को बहुत पसंद आयीं। इसके लिए तहेदिल से शुक्रिया। मेरे इस उपन्यास 'मन कस्तूरी रे - अधूरे प्रेम की पूरी दास्तान' को भी पाठकों का भरपूर प्यार मिला, इसलिए दिल से आभार। स्नेह बनाये रखिये।
नहीं पढ़ा तो अब जरूर पढ़िये और हाँ मनमौजी लड़की स्वस्ति की ये प्रेम कहानी पसंद आए तो रेटिंग और कमेन्ट देना न भूलें। शुक्रिया
आपकी दोस्त
अंजू शर्मा