#KAVYOTSAV - 2
विषय- भावनाप्रधान
कविता - शिक्षक..............
ज्ञान के असंख्य बीज बोता
वह किसान है शिक्षक।
कच्चे घड़े को तराश कर
उसे आकार देता
वह कुम्हार है शिक्षक।
भटके हुए को राह दिखाकर
सत्मार्ग पर ले जाता
वह मार्गदर्शक है शिक्षक।
घनघोर अंधेरे में
एक किरण रोशनी की दिखा दे
वह दीपक है शिक्षक।
जिसकी वाणी में
स्वयं सरस्वती वास करें
वह देव है शिक्षक ।
शिष्य को आजीवन
विद्या का दान दे
वह दाता हैं शिक्षक।
विद्यालय के प्रांगण में
सदा महकता महकाता रहे
वह पुष्प है शिक्षक।
नेहा शर्मा।