हसरतें आज मन में
हसरतें कई हैं आज मन में,
पर तुमसे बढ़कर कोई नही!
जी लूँ जिंदगी निहार के तुम को,
तेरे ख़्वाब से बढ़कर कोई नही!
सवार लूँ खुद को आज तुमसे,
तेरे एहसास से बढ़कर कोई नही!
जो पल बीत गये संग तेरे,
इन लम्हों मे वो बात नही!
हसरतें कई हैं आज मन में,
पर तुमसे बढ़कर कोई नही!
-- धीरेन्द्र (धीर) ..,