*खुश रहकर गुजारो,*
*तो मस्त है जिदंगी,*
*दुखी रहकर गुजारो,*
*तो त्रस्त है जिंदगी,*
*तुलना में गुजारो,*
*तो पस्त है जिंदगी,*
*इतंजार में गुजारो,*
*तो सुस्त है जिंदगी,*
*सीखने में गुजारो,*
*तो किताब है जिंदगी,*
*दिखावे में गुजारो,*
*तो बर्बाद है जिदंगी,*
*मिलती है एक बार,*
*प्यार से बिताओ जिदंगी,*
*जन्म तो रोज होते हैं,*
*यादगार बनाओ जिंदगी!!*।
शुभ सवार जय श्री राधामाधव,,,मीत्रो,,