खाली नाम के यहा पर कितने भगवान हो गये……….
लेकीन एकही भीम के करम से आज हम इन्सान बन गये……….
जिन्हे चलना, संभलना याद न था….
आज धूल से उठकर आसमान बन गये …….
ये मेरे भीम बाबा हमको है बचाया तुमने…..
अरे ठुकराया था उस दुनिया ने…..
तो पहले गले से लगाया तुमने...
आंबेडकर जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं ?