आ जगत मा जे कोई
रखडी रजली ने आवे छे
तारा दरबार मा आवी ने
सौ शीश नमावे छे
प्रार्थना तारी निकले छे दिल थी
हैय्या मा आवी गीत बनी ने
*⚜ पावापुरी ना महावीर स्वामी*
*आव्यो छु तारे द्वारे प्रभु जी*
*हैय्यु तलसे ने आँखो मा आँसु*
*मन मा उर्मी ने झोली छे खाली*
*पावापुरी ना महावीर स्वामी*
*आव्यो छु तारे द्वारे प्रभु जी ⚜*