हर वक़्त कुछ कर दिखाने का जुनूँ। उबलता ख़ून झोले में डिग्रियाँ कंधों में जमेदारियाँ। माँ बाप का आशीर्वाद अपनों का प्यार लबों पे मिठास लिए निकला हूँ दिल में बसाने संसार। कभी रोजगार तो कभी बेरोज़गारियाँ। ज़्यादा ना सही पर अपनी भी हैं कुछ खिलखिलाती यारियाँ। दूसरों की ख़ुशी में अपनी ख़ुशी कभी नादानियाँ तो कभी तेज़ तरारियाँ।