मैं गुजराती के लिए पैदा हुआ हूँ, हिंदी मेरा यौवन है,
हिंदी एक बगीचा है, हिंदी एक खूबसूरत वन है,
मैं उन दोनों को प्यार करता हूँ मुझे दोनों बहुत पसंद हैं,
यहाँ गुजराती मनमोहक है, वहाँ हिंदी रूपवान है,
मुझे प्यार है इन दोनों से ये भी एक शाश्वत सत्य है,
दोनों के प्यार में बहुत उन्माद और दिलों में पागलपन है,
जब मैं गुजराती से मिलता हूँ, तो हिंदी भी सम्मिलित है,
जब मैं हिंदी से मिलता हूँ तो गुजराती का आलिंगन है,
एक ही कुल की ये दोनों बेटी है और साथ पली बढ़ी,
अगर गुजराती जैसा तन है, तो हिंदी जैसा बदन है,
अब मुझे उन दोनों की दशा एक जैसी देखती है,
यहाँ गुजराती की दुर्दशा है, वहाँ हिंदी का पतन है,
चाहे अवहेलना गुजराती हो या अपमान हो हिंदी का,
कसम है "पागल" की दोनो मेरा आत्मसम्मान है,
मैं दोनों के लिए लड़ रहा हूँ, सार्वजनिक स्वीकार कर रहा हूँ,
मेरा गुजराती भी सम्पन्न है और हिंदी मेरा अभिमान है।
✍?"पागल"✍?