#दिल की बातें
"कथनी/करनी"
कल से मैं ये सोच कर थोड़ी आश्वस्त हो रही थी कि जम्मू कश्मीर में सेना एकत्रित हो रही है, शायद वहाँ निकट के पाकिस्तानी सीमा में प्रवेश कर वहाँ के आतंकवादी समूहों को बर्बाद कर दिया जाएगा,सच कहूँ तो सबसे पहले आज ऐसी ही कुछ खबर पढ़ने की उम्मीद थी लेकिन 'खोदा पहाड़ और निकली चुहिया' वाली बात हो गई है.. कि खबर आई है कि वहाँ सेना की तैनाती औरतैयारियाँ बदला लेने के लिए नहीं बल्कि चुनाव के लिए की गई हैं....लगता है जैसे किसी ने मेरे साथ और देशवासियों के साथ बड़ा ही गंभीर और मार्मिक मजाक कर दिया है... वो 56 इंच का सीना.... चुनाव प्रचार का एक तरीका ही था शायद....
क्या देश फिर सब कुछ भूलने वाला है या फिर उन्हें फिर सबकुछ भुलाने पर विवश किया जा रहा है...
प्रांजल,25/02/19,8.30