"मेरे हर ज़ख्म पर मरहम रखने वाला
दोस्त तुम जैसा हो तो क्या बात हो,
"हर मुसीबत में साथ देने वाला
रहबर तुम जैसा हो तो क्या बात हो,
"खौंफ ना हो दिल में कोई
पहरेदार तुम जैसा हो तो क्या बात हो
"भरोसा हैं तुम पर जान से ज़्यादा
सभी में ये जज़्बा हो तो क्या बात हो,
"हमें हर हाल में मुसकुराने वाला
दोस्त तुम जैसा हो तो क्या बात हो,