ऐब को आप तो खुद अपने छुपा देते है,
बेगुनाहों को मगर सख्त सजा देते है,
हमने हर हाल में की वादा वफाई लेकिन,
आप हर मोड़ पे जाने क्यों दग़ा देते है,
दिल की बस्ती कोई आबाद करे कैसे?
लोग मंदिर तोड़ के रास्ते बना देते है,
कैसे परवान चढ़ें आज की पीढ़ी आखिर?
ज़िन्दा इंसानों को अब लोग जला देते है,
हर जगा प्रसिद्ध हो मेरे कलाम के चर्चे,
हुस्न वाले "पागल" को यही दुआ देते है।
"पागल"