आनंद बक्षी साहेब के गाने की लाईन का उपयोग करके
हर एक मुस्कुराहट मुस्कान नही होती,
नफरत हो या मोहब्बत आसान नही होती,
प्यार में हो इंसान उसे दुनिया की फिक्र क्या,
प्यार के दुश्मन की कभी पहचान नही होती,
प्यार में अगर टूट जाता है दिल किसीका,
जिंदा है इंसान पर उसमें जान नही होती,
सबको जनता हूँ सबको पहचानता हूँ,
जहाँ में मासूक की सूरत अनजान नही होती,
आप जैसे ही दोस्तों साथ हो महफ़िल में,
उनसे "पागल" की महफ़िल वीरान नही होती।
✍?"पागल"✍?