Special for *BETI*
मेरे दिल की जान है बेटी,
धरती की भी शान है बेटी।
पावन है सावन के जैसी,.
मानो तो रमजान है बेटी।
हर पीडा में साया बन के,.
बनती वो चट्टान है बेटी।
सारे गम से अंजानी है ,.
सुख दुख से अंजान है बेटी।
पंछी है वो उड जायेगी ,.
कुछ दिन की म्हेमान है बेटी।
मेरा काशी काबा है वो,.
पूजा औ अजान है बेटी।
माँगे ना वो सोना चाँदी,.
दिल की भी धनवान है बेटी।
जीवन की हर हालत में भी,.
जीने का वरदान है बेटी।
हर घर का सम्मान है बेटी,
इश्वर का फरमान है बेटी।
बेटी चाहे जिसकी भी हो,.
मेरा तो अरमान है बेटी।