ख़ुद का बनाया धर्म ख़ुद के बनायें हुएं कायदे कानून
वो कभी किसी का धर्म नहीं होता है और ना ही किसी
का मजहब,धर्म को मापना है तो आप उनकी गहराइयों
में जाना जरूरी है क्योंकि उनके जड़ें हीं हिन्दू धर्म है बाकी
जो पैड की डाली बनकर फैला हुआ है वो कूंच लोगों का
बनाया हुआ अपना प्राइवेट धर्म है जो उनके के नाम पर
लोगों को गुमराह करते हैं उनको नहीं पता है कि वो हिन्दू
धर्म के हीं वंशज हैं ।।
नरेन्द्र परमार ✍️