शब्दों का है ये खेल
हर मोड पर खेलना पड़ता है ये खेल
मिलता है सुकून एक राहत भरे शब्द से
आंखे नम होती है दिल से निकले शब्द से
तो कभी
खून घोल उठता है कांटे भरे शब्द से
अश्रु निकल आते है दर्द भरे शब्द से
तो कभी
बात बन जाती है दो मीठे शब्द से
प्यार बढ़ जाता है स्नेहसभर शब्द से
है ताकत इन करतब भरे शब्दों में
तो...सम्मान करो इन रसभरे शब्दों का
मुख मंडल के इस मोती को नहीं गवाना ऐसे ही
नहीं बिखरने देना है ये मोती समान शब्दों को
आज बनाए सुंदर माला रखे जुड़कर हमसब को
Shree... Ripal Vyas
- Shree...Ripal Vyas