Hindi Quote in Poem by Gaurav Pathak

Poem quotes are very popular on BitesApp with millions of authors writing small inspirational quotes in Hindi daily and inspiring the readers, you can start writing today and fulfill your life of becoming the quotes writer or poem writer.

कविता – तेरे बारे में सोचते-सोचते...

तेरे बारे में सोचते-सोचते
कभी मेरी रातें जाग कर गुज़र जाती हैं,
तो कभी तेरी यादें मेरे ख्वाबों में उतर आती हैं।
तेरी यादें मेरे तकिये पर ओस की बूँदों की तरह गिरती हैं,
और मेरी नींदें धीरे-धीरे सूखे पत्तों सी उड़ जाती हैं।

तू दूर होकर भी पास लगता है,
जैसे साँसों में घुला कोई अनदेखा अहसास।
कभी हवा में बिखरी तेरी खुशबू महसूस होती है,
तो कभी भीड़ के शोर में तेरी आवाज़ सुनाई देती है।
तेरी गैर-मौजूदगी में भी तू हर जगह मौजूद है,
जैसे रूह हर शरीर में बसती है।

कभी लगता है कि मोहब्बत इबादत जैसी है,
जहाँ सजदे में सिर्फ़ तेरा नाम हो।
तेरा नाम लूँ तो दिल को सुकून मिलता है,
जैसे कोई फ़कीर दरगाह पर चादर चढ़ाकर लौटता है।
कभी लगता है कि मोहब्बत दर्द जैसी है,
जो जितना चुभती है उतना ही गहरा बना देती है।
ये दर्द भी मीठा है,
क्योंकि इसमें तेरी यादों का स्वाद घुला है।

तेरे बिना मेरा हर दिन अधूरा है,
जैसे किताब बिना आख़िरी पन्ने के।
पर तेरी मौजूदगी से हर लम्हा मुकम्मल हो जाता है,
जैसे कोई अधूरी कविता अचानक पूरी हो जाए।
तेरा होना मेरी तन्हाई की दवा है,
और तेरी यादें मेरी रूह का सुकून।
तेरे बिना मेरा वजूद अधूरा है,
पर तेरे साथ मैं अपनी पहचान पाता हूँ।

तू ही वो ख्वाब है जिसे मैं बंद आँखों से भी देखता हूँ,
और वो हक़ीक़त है जिसे खुली आँखों से भी महसूस करता हूँ।
तेरी झलक पाना वैसा है
जैसे रेगिस्तान में प्यासे को पानी मिल जाना।
तेरा नाम मेरी धड़कनों की ज़ुबान है,
तेरा ज़िक्र मेरे होंठों की मुस्कान है।
तेरे बिना ये मुस्कान सूनी है,
तेरे बिना ये ज़िंदगी अधूरी है।

कभी सोचता हूँ मोहब्बत तेरी बाँहों जैसी है,
जहाँ हर दर्द मिट जाता है।
कभी सोचता हूँ मोहब्बत तेरी आँखों जैसी है,
जहाँ गहराई भी है और सुकून भी।
तेरी चुप्पी भी एक भाषा है,
जिसे मैं हर रोज़ अपने दिल से पढ़ता हूँ।

तेरी यादों के सहारे ही मैं जीता हूँ,
तेरे ख़्वाबों के सहारे ही मैं चलता हूँ।
कभी अगर ज़िन्दगी थककर रुक जाती है,
तो तेरी हँसी ही मुझे फिर से आगे बढ़ा देती है।
तेरे बिना मैं कुछ भी नहीं,
और तेरे साथ मैं सब कुछ हूँ।

कभी सोचता हूँ अगर तुझे लिखते-लिखते
मेरी ज़िन्दगी की किताब पूरी हो जाए,
तो शायद आख़िरी पन्ने पर सिर्फ़ ये लिखा होगा—
"मेरा हर लफ़्ज़ तू थी,
मेरा हर अहसास तू है,
और मेरी आख़िरी मोहब्बत भी तू ही रहेगी।"


---

read my book"लिखना तो चाहता हूं"also

Hindi Poem by Gaurav Pathak : 111994847
New bites

The best sellers write on Matrubharti, do you?

Start Writing Now