एक और तनहा दिन हमारे नाम आया
अकेले दिल में एक ख्याल आया
क्या हो अगर उन्हें हमारा ख्याल आ जाए
क्या हो अगर उन्हें भी हमारा नशा हो जाए
यू तो हमें भूले नहीं है
पर हमारे जैसा उन्हें प्यार आ जाए
या आ जाए उन्हें भी थोड़ी फिक्र हमारी
या जलन से उनके मन में भी छा जाए काली
कोई आ जाए हमारे आस पास भी उनसे बेहतर
और चाहे हमें उनसे बढ़कर
फिर हम भी उन्हें वो तवज्जू न दे पाए
वो भी सोचे हमारी कमी और थोड़ा ग़म खाएं
वो देखे क्या रह गई कमी निभाने में
वो भी सोचे क्या लगते है हम बेगाने
वो जान ले की उनको यू कोई चाह न पाएगा
इकरार कितना भी कर ले यूं निभा न पाएगा
न कोई रख पाएगा यूं तेरी अच्छाइयों का हिसाब
कोई गिनेगा भी तो तुझमें खोट हजार
वो तो हम है तेरी बेरुखी को भी दिल से लगाए रखते है
तेरी गैर मौजूदगी में भी तुझसे राबता करते रहते हैं
तेरे ख्यालों में खोए रहते है
सिवा तेरे कही और न देखते है
पर ये सब न हो कर भी हो रहा है
न चाहे तुमको वो मुश्किल हो रहा है
जख्म भी वो बेबसी भी वो
वजह भी वो दावा भी वो
कभी वो समझे ऐसे भी हमें
......incomplete sorry