क्या सही क्या गलत?
क्या धर्म क्या अधर्म?
अपनी सहूलियत से तुम बदलते,
पल में माशा पल में तोला, कथन तुम सत्य करते
रिश्तों कि इस अंधेर नगरी में
गैरों में मेरी... कमी पूरी करते
अपना बन हक जताते!
क्या सही क्या गलत
इसकी तुम बातें करते,
कितने हक से.. तुम बातें करते👏👏

@panchhi

English Shayri by Priyanka Kurre : 111858468

The best sellers write on Matrubharti, do you?

Start Writing Now