जिंदगी में रोज नया पड़ाव आता है ;
चहेरा एक ही है ,बदलाव आता है,,
घमड़ किस बात का और क्यू प्यारे?
तन मिट्टी है,मिट्टी में मिल जाता हैं।

_ मुकेश राठोड़।

Hindi Shayri by મુકેશ રાઠોડ : 111783487

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