#ग़ज़ल
#मेरे_अल्फ़ाज़_बन_जाओ
वज्न-2122. 2122. 2122. 2

लग के होंठों से मेरे अल्फ़ाज़ बन जाओ।
तुम मेरी धड़कन कि एक आवाज़ बन जाओ ।।

जुम्बिश-ए-हुस्न-ए-नज़र बनकर बहर निकले।
तुम ग़ज़ल का इक नया अन्दाज़ बन जाओ।।

भूल जानें को जुटी हैं ख़्वाहिशें मुझको।
तुम ही मेरी आरजू तुम आज़ बन जाओ।।

जल मरे सारा जमाना अपनी उल्फ़त पे।
तुम ही मेरी हर खुशी हमराज़ बन जाओ ।।

#Panna

Hindi Song by Lakshmi Narayan Panna : 111731117

The best sellers write on Matrubharti, do you?

Start Writing Now