लबों पे मुस्कान , आँखों में ख़ुशी ,
गम का कहीं काम ना हो ,
हर दिन लाये आपके लिए इतनी खुशियाँ ,
जिसके ढलने की कोई शाम ना हो -ब्रह्मदत्त त्यागी
आज साल के दूसरे दिन यनिकि 02- जनवरी 2020 दिन बृहस्पतिवार वीरवार गुरुवार की सुंदर सुशील सुबह सुप्रभातम् ब्रह्मदत्त त्यागी हापुड़