hindi Best Women Focused Books Free And Download PDF

Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Women Focused in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and cult...Read More


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  • प्यार की अर्जियां - भाग 4

    शाम को.... "संदीप को ऑफिस से निकलते रात आठ बज जाता है घर आते डोर बेल बजती है और...

  • धोखेबाज

    'कल रात हम होटल में रुके थे। हाँ! हम सबके रूम अलग-अलग हैं। आज हम पूरे दिन आग...

  • संशय के दायरे

    संशय के दायरे *** ‘शक और संशय में कसी हुई मानव जि़न्दगी किसकदर एक दूसरे पर बोझ ब...

प्यार की अर्जियां - भाग 4 By Mini

शाम को.... "संदीप को ऑफिस से निकलते रात आठ बज जाता है घर आते डोर बेल बजती है और कन्या हाथ पोछते पहले दरवाजा में बने बाहर देखने की लैंस से देखती है तो संदीप रहता है फिर दरवाजा झट से...

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धोखेबाज By pravin Rajput Kanhai

'कल रात हम होटल में रुके थे। हाँ! हम सबके रूम अलग-अलग हैं। आज हम पूरे दिन आगरा में रहेंगे। हम ताजमहल और आसपास के अन्य जगह पर घूमेंगे। 'ठीक है, अब मैं फोन रखता हूँ।' ये...

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संशय के दायरे By Sharovan

संशय के दायरे *** ‘शक और संशय में कसी हुई मानव जि़न्दगी किसकदर एक दूसरे पर बोझ बन जाती है, इस सच्चाई की गवाही वहां का वह बोझिल वातावरण दे रहा था कि जिसको तैयार करने में नमिता ने शा...

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शादी और में By pravin Rajput Kanhai

'माँ मैं किसी से भी शादी करने के मूड में नहीं हूँ, मैंने फैसला किया है कि मैं बत्तीस साल की उम्र में शादी करूँगी। तब तक मैं और मेरा करियर... फिलहाल शादी में मेरी बिल्कुल भी दिल...

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एक थी नचनिया--भाग(१९) By Saroj Verma

खुराना साहब जब वापस सबके पास लौटे तो सभी जुझार सिंह का जवाब सुनने के लिए उत्सुक थे,फिर खुराना साहब सबसे बोले.... "वो तो मालकिन से मिलना चाहता है,अब तो मालती को मेरी मालकिन बनकर जान...

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अन्धायुग और नारी--भाग(५) By Saroj Verma

दोनों की बातें सुनने के बाद मैं सोच रहा था कि मैं वहाँ रूकूँ या वहाँ से चला जाऊँ,फिर सोचा रूक जाता हूँ और तुलसीलता से ये पूछकर ही जाऊँगा कि मैं यहाँ क्यों ना आया करूँ और यही सोचकर...

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मॉडलिंग By pravin Rajput Kanhai

निराश चहेरे के साथ फाल्गुनी और अमृता स्टूडियो से बाहर निकलीं। 'हम कब तक इस तरह धक्के खाते रहेंगे, यार? इतना सुंदर होने का क्या फायदा है जो हमें मॉडल बनने में मदद नहीं कर शकता?&...

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मैडम सेक्स? By pravin Rajput Kanhai

note - ये मतलबी दुनिया लोगो की मजबूरियों का हमेशा फायदा उठाती रही है, ऐसी ही कुछ कहानी हे स्मिता की, जिसे हर बार उसकी मजबूरी का फायदा उठाने वाले लोग मिले, तो चलिए पढ़ते हे उसी की क...

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रेप एज्युकेशन By pravin Rajput Kanhai

रात के दस बज रहे थे। सड़क के किनारे बैठे तीन-चार दोस्त एक साथ पोर्न वीडियो देख रहे थे. वीडियो में तीन-चार आदमी सड़क पर चल रही एक महिला को रोकते हैं और उसे अपने साथ सेक्स करने के लि...

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पोर्न एडिक्शन परिवार बिखेरने वाला By pravin Rajput Kanhai

कहानी का शीर्षक पढ़कर कहानी को अश्लील श्रेणी में मत धकेल देना। कहानी को पूरा पढ़ने के बाद ही अपनी राय बनाएं। नोट- पोर्न देखना एक गंभीर बीमारी है, इससे दूर रहना एक मात्र उपाय है। पो...

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मैं पापन ऐसी जली--(अन्तिम भाग) By Saroj Verma

और तब तक बच्चे की माँ भी सरगम के पास पहुँच गई थी और जैसे ही उसने सरगम के चेहरे की ओर देखा तो भौचक्की रह गई और उससे बोली.... "सरगम दीदी! तुम! कैसीं हो दीदी?" "मैं अच्छी हूँ भानू! और...

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पोर्न एडिक्शन By pravin Rajput Kanhai

कहानी का शीर्षक पढ़कर कहानी को अश्लील श्रेणी में मत धकेल देना। कहानी को पूरा पढ़ने के बाद ही अपनी राय बनाएं। नोट- पोर्न देखना एक गंभीर बीमारी है, इससे दूर रहना एक मात्र उपाय है। पो...

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चिट्ठी आई है... By Saroj Verma

देखो सन्नो काकी! मधुआ तुम्हारी टोकरी से अमरूद चुराकर भाग रहा है, सात साल के वीरू ने सन्नो से कहा.... वीरू की बात सुनकर सन्नो बोली.... "क्यों रे! मधुआ चोरी क्यों करता है? तू जब भी अ...

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फ़रजाना By Yogesh Kanava

  बार-बार यही प्रश्न कौंध रहा था कि आखिर ऐसा क्यों हुआ। साहिल ने ऐसा क्यों किया जो अपनी पत्नी पर जान छिड़कता था उसने इतनी बेरहमी से क्यों पीटा? किसी को कुछ भी समझ नहीं आ रहा था । बस...

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शुद्धिकरण.. By Saroj Verma

आज जया बड़ी खुश थी,वो दो सालों के बाद अपने घर जो लौट रही थी,अपने पति और बच्चों से मिलने के लिए वो बेकरार हुई जा रही थी,उसने कैसे ये दो साल कुष्ठ रोग चिकित्सालय में बिताए थे ये वो ही...

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प्यार की अर्जियां - भाग 4 By Mini

शाम को.... "संदीप को ऑफिस से निकलते रात आठ बज जाता है घर आते डोर बेल बजती है और कन्या हाथ पोछते पहले दरवाजा में बने बाहर देखने की लैंस से देखती है तो संदीप रहता है फिर दरवाजा झट से...

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धोखेबाज By pravin Rajput Kanhai

'कल रात हम होटल में रुके थे। हाँ! हम सबके रूम अलग-अलग हैं। आज हम पूरे दिन आगरा में रहेंगे। हम ताजमहल और आसपास के अन्य जगह पर घूमेंगे। 'ठीक है, अब मैं फोन रखता हूँ।' ये...

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संशय के दायरे By Sharovan

संशय के दायरे *** ‘शक और संशय में कसी हुई मानव जि़न्दगी किसकदर एक दूसरे पर बोझ बन जाती है, इस सच्चाई की गवाही वहां का वह बोझिल वातावरण दे रहा था कि जिसको तैयार करने में नमिता ने शा...

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शादी और में By pravin Rajput Kanhai

'माँ मैं किसी से भी शादी करने के मूड में नहीं हूँ, मैंने फैसला किया है कि मैं बत्तीस साल की उम्र में शादी करूँगी। तब तक मैं और मेरा करियर... फिलहाल शादी में मेरी बिल्कुल भी दिल...

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एक थी नचनिया--भाग(१९) By Saroj Verma

खुराना साहब जब वापस सबके पास लौटे तो सभी जुझार सिंह का जवाब सुनने के लिए उत्सुक थे,फिर खुराना साहब सबसे बोले.... "वो तो मालकिन से मिलना चाहता है,अब तो मालती को मेरी मालकिन बनकर जान...

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अन्धायुग और नारी--भाग(५) By Saroj Verma

दोनों की बातें सुनने के बाद मैं सोच रहा था कि मैं वहाँ रूकूँ या वहाँ से चला जाऊँ,फिर सोचा रूक जाता हूँ और तुलसीलता से ये पूछकर ही जाऊँगा कि मैं यहाँ क्यों ना आया करूँ और यही सोचकर...

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निराश चहेरे के साथ फाल्गुनी और अमृता स्टूडियो से बाहर निकलीं। 'हम कब तक इस तरह धक्के खाते रहेंगे, यार? इतना सुंदर होने का क्या फायदा है जो हमें मॉडल बनने में मदद नहीं कर शकता?&...

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मैडम सेक्स? By pravin Rajput Kanhai

note - ये मतलबी दुनिया लोगो की मजबूरियों का हमेशा फायदा उठाती रही है, ऐसी ही कुछ कहानी हे स्मिता की, जिसे हर बार उसकी मजबूरी का फायदा उठाने वाले लोग मिले, तो चलिए पढ़ते हे उसी की क...

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रेप एज्युकेशन By pravin Rajput Kanhai

रात के दस बज रहे थे। सड़क के किनारे बैठे तीन-चार दोस्त एक साथ पोर्न वीडियो देख रहे थे. वीडियो में तीन-चार आदमी सड़क पर चल रही एक महिला को रोकते हैं और उसे अपने साथ सेक्स करने के लि...

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पोर्न एडिक्शन परिवार बिखेरने वाला By pravin Rajput Kanhai

कहानी का शीर्षक पढ़कर कहानी को अश्लील श्रेणी में मत धकेल देना। कहानी को पूरा पढ़ने के बाद ही अपनी राय बनाएं। नोट- पोर्न देखना एक गंभीर बीमारी है, इससे दूर रहना एक मात्र उपाय है। पो...

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मैं पापन ऐसी जली--(अन्तिम भाग) By Saroj Verma

और तब तक बच्चे की माँ भी सरगम के पास पहुँच गई थी और जैसे ही उसने सरगम के चेहरे की ओर देखा तो भौचक्की रह गई और उससे बोली.... "सरगम दीदी! तुम! कैसीं हो दीदी?" "मैं अच्छी हूँ भानू! और...

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पोर्न एडिक्शन By pravin Rajput Kanhai

कहानी का शीर्षक पढ़कर कहानी को अश्लील श्रेणी में मत धकेल देना। कहानी को पूरा पढ़ने के बाद ही अपनी राय बनाएं। नोट- पोर्न देखना एक गंभीर बीमारी है, इससे दूर रहना एक मात्र उपाय है। पो...

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चिट्ठी आई है... By Saroj Verma

देखो सन्नो काकी! मधुआ तुम्हारी टोकरी से अमरूद चुराकर भाग रहा है, सात साल के वीरू ने सन्नो से कहा.... वीरू की बात सुनकर सन्नो बोली.... "क्यों रे! मधुआ चोरी क्यों करता है? तू जब भी अ...

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फ़रजाना By Yogesh Kanava

  बार-बार यही प्रश्न कौंध रहा था कि आखिर ऐसा क्यों हुआ। साहिल ने ऐसा क्यों किया जो अपनी पत्नी पर जान छिड़कता था उसने इतनी बेरहमी से क्यों पीटा? किसी को कुछ भी समझ नहीं आ रहा था । बस...

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शुद्धिकरण.. By Saroj Verma

आज जया बड़ी खुश थी,वो दो सालों के बाद अपने घर जो लौट रही थी,अपने पति और बच्चों से मिलने के लिए वो बेकरार हुई जा रही थी,उसने कैसे ये दो साल कुष्ठ रोग चिकित्सालय में बिताए थे ये वो ही...

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