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अन्धकार पर प्रकाश की विजय - दिवाली By दिनू

भारत में प्राचीन काल से दीपावली को विक्रम संवत के कार्तिक माह में गर्मी की फसल के बाद के एक त्योहार के रूप में दर्शाया गया। पद्म पुराण और स्कन्द पुराण में दीपावली का उल्लेख मिलता ह...

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एक रूह की आत्मकथा - 12 By Ranjana Jaiswal

मैं नहीं जानती थी कि देह की भूख इतनी प्रबल होती है।यह पेट की भूख से भी ज्यादा खतरनाक होती है।पेट का भूखा भक्ष्य-अभक्ष्य का ख्याल नहीं रख पाता।कई दिन का भूखा खाने में अपनी रूचि और स...

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महिला पुरूषों मे टकराव क्यों ? - 52 By Captain Dharnidhar

दामिनी राउंड पर जाते हुए सिपाही को कहकर गयी थी, कि मेरे हसबैंड आयेंगे उन्हें वेट करने को कहना और अंदर ऑफिस में बैठा देना । दामिनी का पति अभय टू व्हीलर से थाने पहुंचा ही था, कि एक स...

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प्राचीन भारतीय इतिहास - 6 - जैन धर्म By Rajveer Kotadiya । रावण ।

जैन धर्म भारत के सबसे प्राचीन धर्मों में से एक है। 'जैन धर्म' का अर्थ है - 'जिन द्वारा प्रवर्तित धर्म'। जो 'जिन' के अनुयायी हों उन्हें 'जैन' कहते है...

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विश्वास - कहानी दो दोस्तों की - 13 By सीमा बी.

विश्वास (भाग--13)डॉ. से मिल कर उमा जी को तसल्ली हुई। कमरे में आकर उन्होंने मीनल को फोन करके सब बताया। "हाँ माँ अब उसको घर ही ले आएगें बाकी सब तो घर से ही हम मैनेज कर लेंगे"। मीनल न...

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प्राचीन भारतीय इतिहास की जानकारी के साधन By Rajveer Kotadiya । रावण ।

प्राचीन भारत के इतिहास की जानकारी के साधनों को दो भागों में बाँटा जा सकता है- साहित्यिक साधन और पुरातात्विक साधन, जो देशी और विदेशी दोनों हैं। साहित्यिक साधन दो प्रकार के हैं- धार्...

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बुंदेलखंड के लोक जीवन में समय बोध By कृष्ण विहारी लाल पांडेय

कृष्ण विहारी लाल पाण्डेय की बुन्देली भाषा विज्ञान सम्बन्धी लेखमाला-बुंदेलखंड के लोक जीवन में समय-बोधके बी एल पाण्डेयमनुष्य ने काल के निरवधि विस्तार को अपने बोध की दृष्टि से खंडों म...

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दतिया की बौद्धिक सम्पदा By कृष्ण विहारी लाल पांडेय

लेखदतिया की बौद्धिक संपदा के कुछ प्रतिमानडॉ.के बी एल पाण्डेयदतिया में साहित्य और कला की समृद्ध परंपरा के साथ ही कुछ ही दशकों पहले यहां गंभीर और प्रचंड बौद्धिकता का भी असाधारण बना र...

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लोक संस्कृति स्थिर व गतिशील होती है  By कृष्ण विहारी लाल पांडेय

o लोक संस्कृति स्थिर व गतिशील होती है केबीएल पाण्डेय का इंटरव्यूप्रश्न 1 आपके मतानुसार लोक संस्कृति से क्या आशय है?केबीएल पाण्डेय-काफी समय तक संस्कृति के ऐसे विभाजन हम नहीं देखते ह...

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गांव और लोक संस्कृति By कृष्ण विहारी लाल पांडेय

गांव और लोक संस्कृतिके बी एल पाण्डेय'लोक' और 'संस्कृति' शब्द कोषतः चाहे.. कितना व्यापक अर्थ रखते हों, किंतु आज परस्पर सन्निधि में सामान्यतः आशय विशेष में रूढ़ है । ल...

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प्रकृति और हम By ROHIT CHATURVEDI

क्या है प्रकृति ? और क्या हैं हम ?प्रकृति अर्थात निर्माता की हर वह संरचना, जिसे हमने नहीं बनाया और हमारे आसपास मौजूद है, वही है प्रकृति । परंतु कौन है वह निर्माता? जिसने हर चीज को...

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जीवन की सीख By Sonu Rj

१ सच है, शत्रु से संभलकर और हो सके तो चार हाथ दूर ही रहने में भलाई होती है। २ सीख - बुद्धिमानों की सलाह गंभीरता से लेनी चाहिए। ३. सीख- आपस की फूट सदा ले डूबती है। ४. सीख -- 1. एकता...

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सपना - अच्छे दिनों का By धरमा

दोस्तो कल रात को एक सपना आया, देखा कि मेरे मोबाइल में संदेश आया है....... कि भारत सरकार ने पचास लाख रुपये मेरे "जन धन योजना वाले बैंक खाते मैं डिपाजिट कर दिए है. मैं बड़ी ख़ुशी से...

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अन्धकार पर प्रकाश की विजय - दिवाली By दिनू

भारत में प्राचीन काल से दीपावली को विक्रम संवत के कार्तिक माह में गर्मी की फसल के बाद के एक त्योहार के रूप में दर्शाया गया। पद्म पुराण और स्कन्द पुराण में दीपावली का उल्लेख मिलता ह...

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एक रूह की आत्मकथा - 12 By Ranjana Jaiswal

मैं नहीं जानती थी कि देह की भूख इतनी प्रबल होती है।यह पेट की भूख से भी ज्यादा खतरनाक होती है।पेट का भूखा भक्ष्य-अभक्ष्य का ख्याल नहीं रख पाता।कई दिन का भूखा खाने में अपनी रूचि और स...

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महिला पुरूषों मे टकराव क्यों ? - 52 By Captain Dharnidhar

दामिनी राउंड पर जाते हुए सिपाही को कहकर गयी थी, कि मेरे हसबैंड आयेंगे उन्हें वेट करने को कहना और अंदर ऑफिस में बैठा देना । दामिनी का पति अभय टू व्हीलर से थाने पहुंचा ही था, कि एक स...

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प्राचीन भारतीय इतिहास - 6 - जैन धर्म By Rajveer Kotadiya । रावण ।

जैन धर्म भारत के सबसे प्राचीन धर्मों में से एक है। 'जैन धर्म' का अर्थ है - 'जिन द्वारा प्रवर्तित धर्म'। जो 'जिन' के अनुयायी हों उन्हें 'जैन' कहते है...

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विश्वास - कहानी दो दोस्तों की - 13 By सीमा बी.

विश्वास (भाग--13)डॉ. से मिल कर उमा जी को तसल्ली हुई। कमरे में आकर उन्होंने मीनल को फोन करके सब बताया। "हाँ माँ अब उसको घर ही ले आएगें बाकी सब तो घर से ही हम मैनेज कर लेंगे"। मीनल न...

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प्राचीन भारतीय इतिहास की जानकारी के साधन By Rajveer Kotadiya । रावण ।

प्राचीन भारत के इतिहास की जानकारी के साधनों को दो भागों में बाँटा जा सकता है- साहित्यिक साधन और पुरातात्विक साधन, जो देशी और विदेशी दोनों हैं। साहित्यिक साधन दो प्रकार के हैं- धार्...

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बुंदेलखंड के लोक जीवन में समय बोध By कृष्ण विहारी लाल पांडेय

कृष्ण विहारी लाल पाण्डेय की बुन्देली भाषा विज्ञान सम्बन्धी लेखमाला-बुंदेलखंड के लोक जीवन में समय-बोधके बी एल पाण्डेयमनुष्य ने काल के निरवधि विस्तार को अपने बोध की दृष्टि से खंडों म...

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दतिया की बौद्धिक सम्पदा By कृष्ण विहारी लाल पांडेय

लेखदतिया की बौद्धिक संपदा के कुछ प्रतिमानडॉ.के बी एल पाण्डेयदतिया में साहित्य और कला की समृद्ध परंपरा के साथ ही कुछ ही दशकों पहले यहां गंभीर और प्रचंड बौद्धिकता का भी असाधारण बना र...

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o लोक संस्कृति स्थिर व गतिशील होती है केबीएल पाण्डेय का इंटरव्यूप्रश्न 1 आपके मतानुसार लोक संस्कृति से क्या आशय है?केबीएल पाण्डेय-काफी समय तक संस्कृति के ऐसे विभाजन हम नहीं देखते ह...

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गांव और लोक संस्कृति By कृष्ण विहारी लाल पांडेय

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प्रकृति और हम By ROHIT CHATURVEDI

क्या है प्रकृति ? और क्या हैं हम ?प्रकृति अर्थात निर्माता की हर वह संरचना, जिसे हमने नहीं बनाया और हमारे आसपास मौजूद है, वही है प्रकृति । परंतु कौन है वह निर्माता? जिसने हर चीज को...

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जीवन की सीख By Sonu Rj

१ सच है, शत्रु से संभलकर और हो सके तो चार हाथ दूर ही रहने में भलाई होती है। २ सीख - बुद्धिमानों की सलाह गंभीरता से लेनी चाहिए। ३. सीख- आपस की फूट सदा ले डूबती है। ४. सीख -- 1. एकता...

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सपना - अच्छे दिनों का By धरमा

दोस्तो कल रात को एक सपना आया, देखा कि मेरे मोबाइल में संदेश आया है....... कि भारत सरकार ने पचास लाख रुपये मेरे "जन धन योजना वाले बैंक खाते मैं डिपाजिट कर दिए है. मैं बड़ी ख़ुशी से...

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