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इक लड़की दिखाई नहीं दे रही मेरे दिल में मकान से घर बना कर उसे ढूंढो कहा है वो आखिर देखो मेरा घर , घर नहीं है -"उपेन"
हर कोई कहेता रहता है शानदार है शायरी मेरी कहानी का किरदार है कि सुनता नहीं - "उपेन"
होने को बहुत कुछ है मगर , तु नहीं है यानी सबकुछ है मगर , मै ही नहीं हूं - "उपेन"
कैसे ना हो जाए किसको इश्क़ आपसे आपकी खूबसूरती तो आप जरा देखिए -upen"
किस सम्पत को जाना है किस राह के मुसाफिर है कोई बतलाए हमे जरा की हम है तो कहा है - "उपेन"
कभी तो तू मेरे सामने आ रे मेरे सीने से तेरी याद ले जा रे धड़कनो को भी , साथ अपने ले जा रे मेरे दिल में और का खयाल ना आये रे तेरी जुस्तजू , तेरी आरजू ,बस तेरा ही खयाल है आ के ले जा रे..... मेरे ख्वाबों को .... तेरी पलको पे सजा जा रे कैसी है ये गम गिनिया , मिटाते मिटती ही नहीं खुशी की चादर में लिपटा के , उसे मिटा जा रे ज़िन्दगी परेशान है , दिल हैरान है आके सुल्हे तू मुझसे मेरा करा जा रे ..... हम बिछड़े नहीं , ना जुदा हुए है आ के तु , तुझे तु बना जा रे कभी तो तू मेरे सामने आ रे मेरे सीने से तेरी याद ले जा रे - "उपेन"
पलकों पर बूंद आकर अटक सी गई में रोता तो शहर तबाह हो जाता - " उपेन"
તું જ મારો રસ્તો તું જ મારો વિસામો તું જ મારો છાયડો તું જ મારી મંઝિલ તું જ નથી પણ તું ! હું એકાંત ચોતરફ હું હર્દય બરતરફ હું જીવન નિઃશબ્દ હું ગરજ નીર્મોહ હું જ નથી પણ હું ! - ઉપેન
उसे बिछड़े हुए इक जमाना हुआ है अब भी दिल में वो ठहेरा हुआ है - "उपेन"
में भी शायद साहिर होता तो ताजमहल नज़्म कहेता कहानी हमारी भी मशहूर होती ' गर तुम अमृता प्रीतम होती -"उपेन"
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