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यूंही उलझे मत हर बात मैं, उलझ के सुलझे भी। ✍️ शिवदृष्टि
न यहां कोई मेरा, न में किसीका, ये सारा जग प्रपंच का मेला। ✍️शिवदृष्टि
तुम भी अब थोड़ा बदलोना, क्यों बेवजह परेशान हो, हे आज भी बहोत सारे मोके, सब कुछ कर सकते हो तुम, बस थोड़ा बदलोना खुदको, खुद ही खुदकी आवाज बनो ना, थोड़ा पहचानो ना खुदको, क्यों बेवजह परेशान हो, अब छोड़ो ना कल को, कुछ नहीं कल..... जो आज हे उसे बेहतरीन बनाओना, कल के पीछे मत भागो, आज को जियो ना, खुली सांस लेके जरा देखना, कितनी खूबसूरत है ये हवाएं.. थोड़ा महसूस करोना, तुम भी अब थोड़ा बदलोना.... ✍️ - शिवदृष्टि
જયાં લાગણી જતાવવી પડે ત્યાં પ્રેમ થોડી હોય ✍️-Bhudevi
ભાષા તો ગણી છે પણ જાણે કોઈ મૌનની ભાષા બસ મિત્ર એજ સાચો છે ✍️-Bhudevi
સારા વ્યક્તિ બનવા માટે સારું વ્યક્તિત્વ પણ જોઇએ. ✍️-Bhudevi
આંખ બંધ કરીને કરેલું વિશ્વાસ કયારેક આંખ ખોલી પણ દેછે. ✍️-Bhudevi
हौसला ना बढ़ा सको तो कोई बात नही पर उसे,बढ़ ने से भी तो मत रोको। -Bhudevi
किसकी मदद न सही पर उम्मीद भी मत तोड़ो -Bhudevi
कुछ लोग बोलकर भी कुछ नहीं बोलते,और कुछ लोग न बोलकर भी बहुत कुछ बोलते है। -Bhudevi
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