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हार गई हूं, बस सांसे ज़िन्दा है। अरमां मिल गये दहर में, ख्वाब परिंदा है। अब्बार उठाकर देखती हूं, तो ज़हान सूना है। सबात ही रातें हैं, और दर्द चौगुना है, -Suneeta Gond
एक मध्यमवर्गीय पिता अपनी बेटी को पाल- पोस और पढ़ा-लिखाकर बड़ा करता है। सच तो यही है कि बेटा और बेटी की परवरिश में बराबर का खर्चा आता है। फिर बेचारे पिता बेटी के लिए वर की तलाश करते है, वर मिलने पर लड़के के घर में सोफे के कोने में दुबके हुए बैठे हैं, शादी लगभग तय हो जाती है, फिर लड़कें के बड़े भाई द्वारा लड़की के पिता के साथ में कागज का टुकड़ा पकड़ा दिया जाता है, बेचारा पिता पकड़ाई गई दहेज की लिस्ट को नम आंखों से पढ़ता है। लिस्ट देते समय लड़के के पिता और अन्य सदस्य पूछते हैं कि आपकी बेटी कितना पढ़ी है, पिता बोलते हैं जी स्नातक। तारीफ मिलती है अरे वाह पढ़ाई में तो बहुत अच्छी है, लिस्ट देख लिजिए दहेज में पूरा सामान चाहिए कहते हुए आधे लोग उठ कर चले जाते हैं। तभी लड़के की मां कहती हैं हमारे बारातियों का स्वागत बहुत अछी तरह होना चाहिए, समाज में हमारी इज्जत है, आपकी हो या न हो, बेइज्जती बर्दास्त नहीं करेंगे। पिता चुपचाप लिस्ट लेकर इस उधेड़बुन में लिप्स आ जाता है कि इतने रूपयों का इंतजाम कहां से करें। इसलिए आज भी हमारे देश में लड़कियों की शिक्षा पर घन खर्च करते समय माता पिता सोचने को मजबूर है कि पढ़ाए या शादी में खर्च करें।
आज मैंने फेश बुक पर पढ़ा जहां लिखा था कि " हिजड़े वो नहीं होते, जो साड़ी पहनकर, . सड़़कों पर घूमते हैं, बल्कि वो होते हैं, जो हिन्दू होकर हिन्दुत्व का विरोध करते हैं" नही मेरी नज़र में वह लोग हिजड़े की श्रेणी में आते हैं , जैसे-वह भाई जो चन्द रूपयों के लिए बचपन में साथ खेले, पढ़ें, साथ बड़े हुए भाई के जीवन में जहर घोल देता है, वह सास जो देवरानी जेठानी को आपस में लड़वा कर एक दुसरे की दुश्मन बना देती है, एक बहू को खुब सम्मान देती है, उसके इशारों पर नाचती हैं, वहीं दूसरी बहूं को नीचा दिखाने का एक भी मौका नहीं छोड़ती। वह नन्द जो अपना घर सम्भाला नहीं जाता मायके में अपनी भाभी का जीना मुश्किल कर देती है, काम के डर से मायके में पड़ी रहती है। वो मां जो एक बेटे को कम प्यार करती है और दूसरे को ज्यादा, भाई को भाई का दुश्मन बना देती है। वह पति जो भाभी को बीबी की तरह प्यार करता है और बीबी को नौकरानी की तरह रखता है। पवित्र रिश्तों में जहर घोलने वाला हर एक इंसान मेरी नज़रों में गिरे हुए हैं, इन्हें हिजड़ा कहना हिजड़ों का अपमान होगा, हिजड़े तो सम्माननीय है वह तो केवल कुदरत की मार झेल रहे हैं।
ईश्वर और मेरे बीच, जबरदस्त टक्कर है, न वो चुनौतियां कम करता है और न मैं चुनौतियों से लड़ना। -Suneeta Gond
पहले अकेले होने से डर लगता था, अब तेरे साथ होने से डर लगता है। -Suneeta Gond
https://youtube.com/shorts/pCYKibMLFGA?feature=share
बेटी के मुस्कुराते चेहरे पर अत्याचार के निशान देख मां घबराई, किस्मत मुस्कुराई । अनायास ही आह...निकल आई, मन ही मन बड़बडा़ई आखिर क्यों..... पूंजी लूटा कर बेटी के लिए दर्द के साथ जिल्लत भी खरीद लाई।। -Suneeta Gond
समाज में लड़कियों की शादी अनिवार्य है, इसलिए कि ससुरालवाले मां की परवरिश में खामियां निकाल सकें। -Suneeta Gond
अधिकतर कुंवारी लड़कियां शंकर भगवान की मूर्ति देख जिसमें भोलेनाथ के आधे शरीर में पार्वती जी समाहित है या कथाएं सुनकर प्यार करने वाले पति की चाहत में सोमवार का व्रत रखना शुरू कर देती है, यह सब कुछ न करों बस ससुराल में गलत बातों में भी हां में हां मिलाना शुरू कर दो, इच्छा पूरी हो जायेगी। यही समाज का नंगा सच है। अंतरात्मा-18 -Suneeta Gond
चाहे लोग कितना भी कहें अपनी बेटी की जिन्दगी बर्बाद कर रही, आप अपनी बेटी के हाथ में बेलन और कलछी की जगह कलम दें ताकि वो अपनी ज़िन्दगी आबाद कर सकें। अंतरात्मा-17 -Suneeta Gond
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