Quotes by Shaba Shaikh in Bitesapp read free

Shaba Shaikh

Shaba Shaikh

@shabashaikh4090


*दूर थे ज़िस्म से, पर दिल से जुदा थोड़ी थे,*
*वो ख़फ़ा हमसे थे, हम उनसे ख़फ़ा थोड़ी थे.*

*किस तरह करते भला ख़्वाहिशें पूरी उनकी,*
*हम भी इन्सान थे, एै दोस्त! ख़ुदा थोड़ी थे.*

*हमपे इल्ज़ाम लगा हमने बुझाये हैं च़राग?*
*हम तो साया थे च़रागों पे, हवा थोड़ी थे.*

*बेसबब हमसे रखीं दूरियां तुमने क्यूं*
*हम तो धड़कन थे मेरे यार! कलेजा थोड़ी थे.*

*हम नहीं वो कि उतर जाते सुबह होते ही,*
*हम इबादत थे, शराबों का नशा थोड़ी थे.*

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💕 *तुझे हर बात पर मेरी जरूरत पड़ती*

*काश,,, मै भी एक झूठ होती...*🔥

Aye khuda..!
Meri Neqiyo ka Kya Hoga??
Mere Shaher Me To Dariya Bhi Nahi He..
😶😶

*Apni Rooh Ka Libaas Bhi Diya Tha Usko ...*

*Magar Afsos......*

*Ki Usse Mujhme Rehna Naa Aaya...*

बेवफाई तो यहाँ सब करते हैं...

लेकिन तुम तो समझदार थे
कुछ नया करते ।।😐

करीब आने की उन्हें फुर्सत नहीं..

और मुझ पर इल्जाम लगा है दूरियां बनाने का....!!😷

*```आओ किसी बात पे झगड़ा ही कर लेते है💕*

*नही रहा जाता तुझसे बात किए बिना💞```*

*तेरी तलब भी ना आयी मेरे हिस्से में*

*किसी के वक्त में लिखा गया मुकम्मल तू*😑💔

*सोच रही हूं कि तुझे याद करने की आदत सुधार लूं*

*क्यूं ना तेरा ही लहजा तुझसे उधार लूं...*😑🔥

बड़े सुकून से रहता है वो आजकल मेरे बगैर​;​
जैसे किसी उलझन से छुटकारा मिल गया हो उसे....