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SARWAT FATMI

SARWAT FATMI Matrubharti Verified

@sarwat
(183)

किसी को बार बार कहना
के तुम मेरे सुकून हो. ❤️
सच माने तो
हम कभी कभी इस कदर खो जाते हैँ
किसी को अपनी impotance
बतलाने मे
के खुद खो जाते हैँ क्या थे हम....
किसी के बोझ बनने से अच्छा हैँ
की उसकी हर यादो मे बस जाओ...
- SARWAT FATMI

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वो कहते हैँ तुम ना पागल हो
हाँ मैं पागल ही तो हूँ...
जो तुम्हारी नाराज़गी,तुम्हारा नज़रअंदाज़ करना, तुम्हारा बात बात पर लड़ लेना
तुम्हारा इस कदर hurt करना
फिर भी ये दिल तुम्हारा इंतजार करना नहीं भूलता
बार बार phone की तरफ देखना
के शायद कही msg तो तुम्हारा नहीं
ये दिल अब भी तुमसे बात करने को चाहता हैँ
दिल ही तो हैँ जनाब
अब दिल को कैसे समझाया जाये
अगर तुम कहते हो के तुम पागल हो
तो हाँ मैं पागल ही तो हूँ...
- SARWAT FATMI

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खुद मे एक शोर सी हो रही हैँ
ज़िख तो बहुत हैँ
पर किसे सुन्नी हैँ
गलती तुम्हारी नहीं
तेरे बदले हुए इस रूप से
कोई शिखायत भी नहीं
हाँ, बस खुद से नफरत सी हो रही हैँ
की मैंने तुम पर खुद से ज्यादा भरोसा कैसे कर लिया 💔
- SARWAT FATMI

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अक्सर वो कहते थे
मैं रिस्ता बहुत सिद्दत से
निभाता हूँ
हाँ सच मे
उसने रिस्ता सिद्दत से निभाया
पर दिल❤️ से नहीं
रिश्ते की बात अक्सर मेरे दिल मे थी
मोहब्बत मेरे दिल ❤️ मे थी
वो तो बस रिश्ते, मोहब्बत
अपने ज़ेहन मे ही रखते रहे 💔💔
- SARWAT FATMI

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प्यार तुमसे कर के देख लिया मैंने
तुमसे अपने दिल की बातें कर के भी देख लिया मैंने
अब तो चुप हो कर भी तुम्हे आज़मा लिया मैंने
...... तुम सभी सुरतो मे नासमझ ही निकले
काश.....
ये वक़्त पहले मुझे दिख जाता
तो यू दिल से खेलने का मौका नहीं देती. 💔
- SARWAT FATMI

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तेरे दिए दर्द याद हैँ मुझे
वो मेरा रातो को
तेरे एक text
का इंतज़ार...
तुमसे हँस कर बातें कर लेने का मतलब
तुम्हे माफ़ करना नहीं हैँ
- SARWAT FATMI❤️

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मेरा कुसूर क्या था???
ये अक्सर खुद से मैं पूछ लेती हूँ
कहा था उसने इंतजार करना
मैं करता हूँ बात तुमसे
इंतज़ार की घड़िया ख़त्म ही नी हो रही हैँ...
सोचा के जा कर बात कर लूं
के तुम्हारी वजह क्या हैँ
यू मुझे ignore करने का...
पर वहाँ जाकर पता चला
उनकी बातो ने, उनके अल्फाज़ो ने मुझे
कब काे दूर कर दिया था.. 💔
- SARWAT FATMI

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हर बात मुझे तुमसे बोलनी पड़े
अपने हर दर्द को समेटनी पड़े
अपने बहते आँशु को
कचड़े का बहाना करना पड़े
तो फिर तुमने मुझे समझा ही कहाँ जनाब
और कहते हो
फ़िक्र हैँ तुम्हारी...
उफ्फ्फ....💔💔
- SARWAT FATMI❤️

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उन्हे शौक हैँ मुझे हर बार अपनी ही नज़रो मे गिराने की
ignore करने की, बातो को भूल जाने की
जो कभी जीया था हमने
💔💔
अब सोचा के अब बस करते हैँ
उनके ही शौक को उन्हें तोहफे मे दे दिया जाए
- SARWAT FATMI

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अँधेरे मे खुश थी
पता नहीं क्यों??
रौशनी तुमने इतनी कर दी
के अब आँखे थोड़ी सेहम सी गई हैँ
- SARWAT FATMI❤️