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कभी कभी दूसरो की भलाई करते हुए हम अपना ही नुकसान कर बैठते है। -Ritu Dubey
कभी कभी हमें लगता है कि हम अकेले है। हमें लगता है कि हमें कोई सही राह दिखाने के लिए नहीं है। हमारे आस पास सब हमारे विरोधी है। उस समय हमारा मन हमें समझाता रहता है।लेकिन हम अपने मन को महत्व नहीं देते। अकेलेपन में मन हमारा साथी होता है। मन हमें हर समय सही राह दिखाता है। अब हमे तय करना है कि अपने मन की बात सुनेंगे या नहीं। या दूसरों पर निर्भर रहेंगे।
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"नींद" चलो हटो रास्ता छोड़ो ,उठने दो । बहुत काम है। तुम पीछा छोड़ोगी तभी तो कर पाऊंगी। ज़िद मत करो। मै नहीं रह सकती तुम्हारे साथ अभी। इसका मतलब ये नहीं कि मै साथ छोड़ कर जा रही हूं। समय -समय पर मिलेंगे। दोस्तों की तरह। -Ritu Dubey
Nobody learns anything from anyone. Only the experiences made by ourselves teach him everything. - Ritu Dubey
कभी -कभी 'संस्कार' पैरों की बेड़ियां, 'दुपट्टा' गले का फंदा लगने लगता है।
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