Quotes by Ritik Sandilya in Bitesapp read free

Ritik Sandilya

Ritik Sandilya

@ritiksingh733477


वक्त क्या खूब बदलता है
इंसान को खुद के अंदर मसरूफ करता है
कल तक हजार बहाने होते थे बात करने को
आज महीने बीत जाए फिर भी चलता है ।
- Ritik Sandilya

Read More

ये चांद अचानक कम रौशन सा हो गया है
ये महफिल पहले से खूबसूरत लगने लगी है
ये खूबसूरती आपने बिखरी है या
ये सब बस मुझे ही दिख रहा है।

- Ritik Sandilya

Read More

ये नजरें हरकत करे तो करे कैसे
आपकी आखों पे टीक गई है,
पलकें झुकाऊं कैसे ?

संगीत के धुन में बंध जाए
तुम वो रागनी हो,
तुम्हे तुम्हारे नाम से बुलाऊं कैसे ?

बेशर्म निगाहों को कब तक रोकूं
तुम्हे बस आवाज दूं , या
तुम्हारे नाम से टोकूं

मन की आह मिटाऊं कैसे
ये आंखें आप पे टिकी है
पलकें झुकाऊं कैसे।

Read More

जज्बात पुराने थे,
वो दौर पुराना था
जब इश्क में घायल थे
माहौल पुराना था।

प्रेम की एक कहानी लिखनी है ,
दो जवा दिलों की मुजवानी लिखनी है ,
बंदिशे हजार है , इश्क बेशुमार है ।
अफसोस कि बात तो ये है.... कि
उन्हें लगता है सिर्फ उन्हें हम से प्यार है ।।
- Ritik Sandilya

Read More

यहां दिल को समझना मना है ,
जनता सब है ये ....
इसे सब बताना मना है ।
हामी भर दूं... उसमें कोई शिकायत नहीं ,
तुम्हारा दिल टूट न जाए....
तभी तो दिल लगाना मना है ।।
- Ritik Sandilya

Read More

काश इश्क की पतंग में कोई डोर न होती।
न समाज की पाबंदी , न परिवार की नज़रबंदी होती ......
जी भर के प्यार देता उनको ..जिनकी किस्मत मेरे साथ पुरजोर न होती ।।

- Ritik Singh

Read More

मेरी माँ

मेरी आँखें भरे उससे पहले मेरा दर्द जान जाती है
मिलों दूर बैठा रहूं ,
फिर भी मेरा आहट पहचान जाती है .....
लाख बहाने बना लूं ,वो उन सब को समझ जाती है,
मेरी माँ मेरा मन पढ़ना जानती है।
मुझ पे जीवन कुर्बान करने वाली,
नौ मास तक अपने रक्त से सिंचने वाली,
मेरे हर चोट पर ममता की मरहम मलने वाली
मेरी माँ.......
मै शब्द लिखूं तो वो माँ बन जाए,
मैं शब्द बोलूं तो माँ तेरा नाम मुख पे आए,
तेरे होने से वजूद है मेरा ,
तेरे चेहरे की मुस्कान के लिए .....
ऐसे लाखों जीवन कुर्बान हो जाए।।
रितिक......

Read More