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लगता है आज तक नशे मे थे होश अभी अभी आया है सही शुरुवात जीवन की कोरोना ने कराया है तरीका सच मे जिने का इस लॉकडाऊन ने सिखाया है ... #शुरुआत
हर पल होश मे रहकर वर्तमान मे विवेक के साथ साक्षी भाव से जीओ तो बेइन्तेहा बेवकूफ व्यक्ती भी आनंदमयी जीवन जी सकता है... #बेवकूफ
होशियार बनकर भी अगर दुःख ही महसूस करना है तो बेवकूफ रहने मे बुरा क्या है... #बेवकूफ
अपना विवेक जगाओ और अपने दीपक खुद बनो ये बुद्ध की सूचना सब अगर मान जाते इस दुनिया मे कभी कही युद्ध न होते किसी और को नही अपने आप को समझे अगर तो दुनिया को समझना आसान होगा जिम्मेदारी अपनी हरकोई समझे तो जरूरतमंद कोई कही न होगा किसने क्या करना है ये कोई और सोचे तो आझाद देश मे भी हर इन्सान गुलाम ही होगा... #ज़रूरतमंद
ये जानना भी जरुरी है आजकल कौन कितना जरूरतमंद है दोस्त क्यो की हर कामचोर इन्सान जरूरतमंदी का यहाँ नकाब ओढे बैठा है #ज़रूरतमंद
अपने प्रेम के बीज को मेरे दिल की जमीन मे यू बो दिया है तुमने जैसे बंजर पडी जमीन मे एक प्यार की बाग खिला दि है तुमने
कोई तो होता है हर किसी के जिंदगी मे जो हरदम बसा होता है दिल मे उसे याद करने की जरुरत नही होती कितना भी बेचैन हो उसके लिए पर ये बात किसी पर जाहीर की नही जाती
तेरे खयालो के धागे से जब भी जुड जाता हू मै पतंग सा सपनो के आसमान मे उडने लगता हू मै तुम क्या जानो तुम्हारी फिक्र मे कैसे जलता हू मै तुमने तो भुला दिया पर तुम्हे भूल नही पाया हू मै #पतंग
एक लडकी आयी सासुराल सोचो क्या होगा उसका हाल छोड कर आंगण माँ बाप का सजाने संवारने घर आपका सम्मान करना सदा उसका देना उसे सुख और प्यार न्याय करो उसके साथ तो देगी सुख और पहनाएगी हार वही लक्ष्मी वही सरस्वती वही माता दुर्गा है दुराचार जिसने किया उसको बनाया उसने मुर्गा है कभी न छोडो उसका साथ आपका नसीब है उसके हाथ #न्याय
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