Quotes by praveen singh in Bitesapp read free

praveen singh

praveen singh Matrubharti Verified

@praveen42017gmailcom
(28)

शराफत का कोई मोल नहीं है
पैसा बताता है कि आपकी कीमत क्या है...

चाहत की कसम

epost thumb

चलता फिरता मशीन बन जाता है
इंसान जब जिम्मेदार बन जाता है

आईने में तलाशता है खुद को
मासूमियत ना जाने कहाँ खो जाता है

कल तलक तो हस्ता रहता तो लोगों के बीच में
अब क्यों दिल खामोश हो जाता है

पहले सुनाते थे हाले दिल सभी को
अब तो दिल हालात अपने सबसे छुपाता है

Read More

जिसके बारे में सोचा अच्छा ही सोचा मैंने
बुरे बन गए सभी ले लिए वो अलग बात है

-praveen singh

चुभती है किसी का किए हुए
फरेब की टीस हर वक्त दिल में

कि अच्छा इंसान भी बुरा बनने से
फिर परहेज नहीं करता है

-praveen singh

Read More

मेरी उम्र की कभी परवाह नही की
गुस्से में आ जाये माँ, तो मुझे थप्पड़ लगा देती थी

जब कभी किसी उलझन की वजह से
मैं परेशान रहने लगता था और
रात में मुझे नींद नही लगती थी

अपने आचंल मे, मेरा सर रखती थी
और मेरे सर पर अपना हाथ फेरते फेरते
ना जाने क्या जादू करती और मुझे सुला देती थी

Read More