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NIMISHA TRIPATHI

NIMISHA TRIPATHI

@nimishatripathi.386595


उससे लब की हसीं देखी
देखा नही निगाहों में
अपने सपनों की नौका पर बैठी
डूब रही मैं राहों में ।।।

-NIMISHA TRIPATHI

बहुतों ने चाहा की मैं गिरी उनके प्रेम में ,
पर तुमने बताया, प्रेम में गिरना नही होता,
होता है उड़ना ऊंचे आसमां में,
अपने सपनों के पतंग के साथ,
ऐसे प्रेमी का प्रेम,
बन जाता है मांझा,
जो उसे और ऊंचाई पर ले जाता है

-@NIMISHA TRIPATHI

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प्रेम सदैव खिल जाने को तैयार होता है,
वो दिन के उजालों से नहीं घबराता,
न डरता है रात्रि के अंधेरों से,
वो कभी बन जाता है ,
प्रेम कुमुदनी का
कभी समर्पित हरिश्रिंगार सा,
प्रेम कभी नही ढूंढता सुरज सी चमक
प्रमाण है केतकी की कोमलता,
रातरानी की चमक
और चंपा की की सुगंध,
प्रेम का कोई आखिरी छोर नही होता,
हा होता है एक बिंदु
जंहा से ,
वो तत्पर होता है एक यात्रा के लिए
एक ऐसी विरल यात्रा
जिसका कोई अंत नहीं।।

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वो_ सब परिवर्तनसील है,
मैं _ सब
वो _ हां
मैं_ हमारा प्रेम भी,
वो_ हां,
ये वक्त के साथ _साथ
और गहरा हो जाएगा ।।

@ThePositiveCosmos

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Thoughts are like seeds,
Unless they get the soil, sunlight and water called work
that seed does not become a tree.

-@NIMISHA TRIPATHI

समाज में हर वो लड़कियां असभ्य कही जाती है,
जो अपनी सभ्यता के विकास के लिए आवाज़ उठाती हैं।।।

-@NIMISHA TRIPATHI

आनंद अपने भीतर की वह अनुभूति है, जो आपको अपने लक्ष्य हासिल करने से ज्यादा किसी और को उसके लक्ष्य हासिल करने में मदद करने से मिलती है।। @thepositivecosmos

-NIMISHA TRIPATHI

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A head bowed in gratitude always lifts up you.

-@NIMISHA TRIPATHI

@Nimisha Tripathi

प्रेम
प्राकृति का एक सुंदर रूप है,
जीवन,
प्राकृति में व्याप्त सबसे सुंदर सत्य है,
करुणा
प्राकृति की सांसे है,
और
पुरुष है,
प्रकृति को गति दे देने वाला ऊष्मा,
एक ऐसी ऊष्मा,
जो आवश्यक है सांसों को गर्म करने के लिए,
हथेलियों को, नर्म करने लिए ,
ह्रदय के स्पंदन के लिए,
स्वरों में कंदन के लिए,
जीवन में अभिनंद के लिए,
पर मेरे लिए...
प्रेम, प्रकृति और पुरूष सब तुम ही हो....
अर्थात मैं जीवन पर आशंका
और प्रेम में हिंसा नहीं कर सकती,
प्रेम है,
पर मोह नहीं, अविवेक नही,
तुम्हे स्वयं में बांध लेने को इच्छा नही करती
तुम गति हो ,
बस मैं चाहती हूं,
तुम्हारी गति का वेग बनना
तुम जब भी बंधना चाहों ,
मुक्ति बनू ,
बस मैं प्रेम बनू....
बस प्रेम.....।।
©#nimisha_sandilya #love #natur #shankhydarshan #prem

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