The Download Link has been successfully sent to your Mobile Number. Please Download the App.
Continue log in with
By clicking Log In, you agree to Matrubharti "Terms of Use" and "Privacy Policy"
Verification
Download App
Get a link to download app
वो पलट के देखते तो सही, नजराना हमारा भी कुबूल हो जाता ll -Deepak Gautam
बहना है तो देख के बहो, बहने को तो किनारों की रेत भी l लहरों मे बह जाती है l सोच के बहती तो पानी मे ही रहती, हर बार जमीन मे नहीं आ टिकती ll उड़ना है तो अपने पर खोलो, उड़ती तो पतंग भी है l हौसलों की डोर अपने पास रखो, दूसरों के हांथ है तभी तो कटती पतंग है ll
May be helpful https://www.facebook.com/Ultapaper
रात जरा सी नाराज है, नींद भी बेख्वाब है l ये कस्तियो के शहर है जनाब, हर रुख अंजान हर किनारे पे नकाब है ll
ये कच्चा धागा नहीं, पक्की डोर है, मेरा हर खुशनुमा पल तुम्हारी ओर है ll अब तो मेरे ज़ज्बात भी कहने लगे हैं, मेरे इश्क का ना ओर है ना कोई छोर है ll इस दिल की अब तुम्हारे हाथ ही बागडोर है ll #love
काफी वक़्त गुजार दिया, उम्मीदों की बारिश के इंतजार में l जिंदगी का मौसम बदलने का नाम नहीं लेता, सपनो की कीमत बढ़ रही रोज अखबार मे ll जब भी हौसलों से जोर लगाया, कभी अपने तो कभी सपने बह गये, रूठे पसीने की धार मे ll
परेशान तो हम भी हैं l इन हवाओ का रुख देख, कहे तो किससे कहे, बस यही लिख लेते हैं एक दो लेख ll #caring
किसी को अपना के देखो, बेगैरत मे क्या रखा है l मोहब्बत रूह से कर के देखो, जिस्म मे क्या रखा है ll -Deepak Gautam
तुम 'हाँ'..... कहो तो सही, हम चांद भी उतार देंगे l दिल क्या चीज़ है, सारे अरमान भी उतार देंगे ll -Deepak Gautam
बादलों से आसमान छिपा है l जिंदगी मे कोहराम मचा है ll ये चाय है साहब l पीने से हर दर्द खफा है ll तुम्हारी वजह से पहचान है इसकी l वरना इस ठंडी चाय मे क्या बचा है ll पी लो तो सुकून ही सुकून............ नहीं तो जिन्दगी में फिर से कोहराम मचा है ll -Deepak Gautam
Copyright © 2024, Matrubharti Technologies Pvt. Ltd. All Rights Reserved.
Please enable javascript on your browser