The Download Link has been successfully sent to your Mobile Number. Please Download the App.
Continue log in with
By clicking Log In, you agree to Matrubharti "Terms of Use" and "Privacy Policy"
Verification
Download App
Get a link to download app
मैं नहीं चाहता कि.. तुम्हें कोई और चाहे, सिवा मेरे तुमको. कोई और पाए, तुम रहो उम्र भर. साथ मेरे हमेशा, सात जन्मों के वादे. हम यूँ हीं निभाए, -avii love poetry
मेरा मरना तो अब तय है फिर काहे का मुझे भय है यमदूत मिले या यम आवे उन्हें हाथ जोड़कर जय है अभिलाषा को मूल शांत कर चिंतन पल पल करता हूँ मृत्यु जैसी प्रलयंकारी बाधा से कुछ डरा डरा सा रहता हूँ ज्यों ज्यों सन्मुख मृत्यु आवे घुट घुट सांसे चलती है बचपन की सारी बीती बाते प्रत्यक्ष अक्ष से दिखती है तुम्हें एक-एक पल ऐसे लागे फिर मानो जैसे सुखी धरती तुम बूंद बूंद को तरस रहे हो और सामने हो बह रही नदी तुम करुण व्यथा में चीत्कार कर 'पाहि माम्' फिर कहते हो इस माया की भ्रमित धरा पे क्यूँ वपु की लालच करते हो फिर थक कर निर्णय लोगे तुम कि मर जाना सबसे अच्छा है मायूस मुखों पे फुल्लित चित कर अलविदा धरा को करते हो अब मातृ प्रेम की बेला आई मां चीख चीख कर रोयेगी फिर नयनो की अस्क मुखों पे फिर अश्रु धरा प्रवहेगी सब रोयें और चिल्लायेंगे जब मैं मिट्टी बन जाऊँगा फिर छोड़ के मैं इस धरती को न लौट के वापस आऊँगा #avii ..... जो जन्मा है उसे एक न एक दिन मरना ही है इसलिए जो भी समय तुम्हारे पास है उसमें कुछ अच्छा कर जाओ जिसके लिए दुनियां तुम्हें एक मिसाल के रूप में याद करे।
ab mumkin nhi
bs mhsoos kr lena
Copyright © 2025, Matrubharti Technologies Pvt. Ltd. All Rights Reserved.
Please enable javascript on your browser