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Anita Shah

Anita Shah

@aneetajain4942


बारिश की बूँदों के संग मिट्टी की खुशबु...!
अहा..... हवा को तो महकाती ही है, मन को भी चहकाती है...!
#मिट्टीकी

बेकरार है निगाहें, दिल भी आतुर है 'कान्हा' तेरे दीदार को.....

#आतुर

रचना - शीर्षक
 *प्रिये कहां नहीं हो तुम* !
             (स्व रचित)

प्रकृति प्रदत्त अद्भूत उपहार,
सुवासित हो, सर्वत्र  हो,
 प्रिये कहां नहीं हो तुम ..!

घर के आँगन मे हो, उपवन मे हो,
स्वागत में हो और सजावट मे हो  , 
प्रिये कहा नहीं हो तुम!

देवालय में हो, विद्यालय में हो,
मजार पर हो और बाजार में भी हो  ,
प्रिये कहा नहीं हो तुम!

डोली के संग हो, अर्थी के संग हो,
सुहाग सेज पर हो, श्मशान मे भी हो  ,
प्रिये कहा नहीं हो तुम!

नारी के केश में, पुरुष की जेब में हो ,
हुस्न की तारीफ में हो और इश्क के इजहार में भी हो,
प्रिये कहा नहीं हो तुम!

गीत गज़ल में , कविता शायरी में हो, कहानी लेखों और  चित्रकारी  रंगोली में भी हो,
प्रिये कहा नहीं हो तुम!

प्रभु के शरीर का शृंगार  हो ,
शहीदों की शहादत पर भी गिरते हो तुम ,
खूबसूरत तो हो ही खुशनसीब भी हो तुम  ,
प्रिये कहा नहीं हो तुम!

प्रकृति प्रदत्त अद्भूत उपहार
सुवासित हो, सर्वत्र हो,
प्रिये कहा नहीं हो तुम!

 *अनिता शाह*

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हिम्मत की कीमत है,
जो डर गया समझो मर गया
#हिम्मत

#कोरोना .. जो सतर्क है वह सावधान है, जो सावधान है वह सुरक्षित है....
#सावधान

चुनौतियां स्वीकारने में सक्षम हू मैं...
नारी हू, कोमल हू पर साहसी हू मैं..
#सक्षम

अवरोध को पार कर प्राप्त कामयाबी
कामयाबी की खुशी को दुगना कर देती है
इसलिए
आते हैं अवरोध रास्ते में तो आने दो,
रखो हौंसले बुलन्द और बढ़ते चलो....!!
#अवरोध

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आज की इस भागदौड़ और आपाधापी के युग मे यदि हम सुखी व स्वस्थ्य जीवन व्यतित करना चाहते हैं तो हमारा मानसिक संतुलन अत्यंत आवश्यक है. मानसिक रूप से असंतुलित व्यक्ति शारीरिक रूप से भी अस्वस्थ्य रहता है..!!
#संतुलन

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