Quotes by Alok Mishra in Bitesapp read free

Alok Mishra

Alok Mishra Matrubharti Verified

@alokmishra8153
(369)

गर दिल होगा तुम्हारे भी सीने में
कभी तो तड़पोगे हम याद आऐंगे

-Alok Mishra

इश्क तो किया था दोनों ने |
कुछ हमने खोया कुछ तुमने |
तन्हा तुम भी हुए और हम भी |
कुछ हमने खोया कुछ तुमने |
बिछडे थे तो नम थी आंखें चारों |
कुछ हमने रोया कुछ तुमने |
जहर के बीज थे पनप गए |
कुछ हमने बोया कुछ तुमने |
शायद कुछ और था पाने को |
कुछ हमने पाया कुछ तुमने |
बुत हो गए दिल दोनों ही |
कुछ हमने ढोया कुछ तुमने |
आलोक मिश्रा "बुत"

Read More

कितना तराशू में अपने ही बुत को
उन्हें तो हर-सू कमीयां नज़र आती है

-Alok Mishra

भूल तो
बहुत है
जिंदगी में ।
पर
भूल से भी
तुम्हें भूल जाउं
ये हो नहीं सकता ।
भूलना तुमको
मेरी
भूल होगी ।
जो
भूल हो ऐसी
जिंदगी मुझे
भूल जाए ।

आलोक मिश्रा बुत

-Alok Mishra

Read More

दस्तान
मसला ही कहां था प्यार का |
वो हुनर बता रहे थे व्यापार का |
बस हम ही बेवकूफ बनते रहे ,
समय ही कहां था उन्हें प्यार का |

बस एक झूठ था उस इकरार का |
झूठ था अमल वादों के इरादों का|
हमें हर शब्द सच्चा ही लगा हर दम ,
वो मज़ाक ही उड़ाते रहे एहसास का |

किस्सा अजीब था उस बदकार का |
हुनर अज़ीम था उस फनकार का |
हम ही अश्क बहाते रहे ईमान से ,
उसे तो मज़ा आ रहा था तमाशे का |
आलोक मिश्रा "बुत"

-Alok Mishra

Read More

कुछ हमनें कुछ तुमनें

इश्क तो किया था दोनों ने |
कुछ हमने खोया कुछ तुमने |

तन्हा तुम भी हुए और हम भी |
कुछ हमने खोया कुछ तुमने |

बिछडे थे तो नम थी आंखें चारों |
कुछ हमने रोया कुछ तुमने |

जहर के बीज थे पनप गए |
कुछ हमने बोया कुछ तुमने |

शायद कुछ और था पाने को |
कुछ हमने पाया कुछ तुमने |

बुत हो गए दिल दोनों ही |
कुछ हमने ढोया कुछ तुमने |

आलोक मिश्रा "बुत"

-Alok Mishra

Read More

मुहब्बतों में गुज़री सारी गई जिंदगानी
झूठ ही सही अब तो झगड़ लें ज़रा ज़रा ।

-Alok Mishra

कल इस बज्म में तुम न होगे हम न होंगे ।
आज के चर्चे कल खूब होंगे या न होंगे ।
जिया था इस पल को हमने बस जी भर ।
हमारे यही किस्से तो बस सरेआम होगे  ।

-Alok Mishra

Read More

चीखों,कराहों,अरमानों के एहसास
कहने को कुछ लिखता रहा जरा जरा

-Alok Mishra

फुर्सत है आराम है आज-कल
जमाना छोड़ खुद का ख्याल है आज-कल
कराह कर दम तोड़ रहे हैं लोग
इंसानियत खूंटियो पर टंगी है आज-कल

-Alok Mishra

Read More